आज के इस बाज़ारवाद के युग ने व्यवसाय के तरीकों को काफी बदल के रख दिया है। आज के दौर में व्यवसाय से अलग entrepreneurship का उदय हो चूका है जो कई मामले में व्यवसायी या बिजिनेसमैन से अलग होता है। जहाँ एक businessman अपने business को बाजार को देखते हुए, बाजार के अनुभवों और लोगों के ट्रेंड को देखते हुए शुरू करता है वहीं एक entrepreneur या उद्यमी एकदम नए आईडिया के साथ अपने उद्यम या entrepreneur को लांच करता है। इस प्रकार एक व्यवसायी या businessman एक entrepreneur से अलग होता है। दोनों के कांसेप्ट और लक्ष्यों में भी फर्क होता है। आज के इस पोस्ट के माध्यम से आईये देखते हैं एक businessman क्या होता है और एक entrepreneur किसे कहते हैं तथा एक businessman और एक entrepreneur में क्या अंतर है
वाणिज्यिक और औद्योगिक उद्द्येश्यों को पूरा करने के लिए की गई गतिविधियों को व्यापार या बिजिनेस कहते हैं और इसे करने वाले व्यक्ति को बिजिनेसमैन या व्यापारी कहते हैं। एक बिजिनेसमैन बाज़ार में मौजूद अवसरों को देखते हुए अपना बिजिनेस शुरू करता है जिसमे उसका मुख्य उद्द्येश्य मुनाफा कमाना होता है। अतः एक बिजिनेसमैन उसी धंधे में अपना हाथ लगाता है जिसकी बाजार में खूब मांग हो और जहाँ उसे एक अच्छे मुनाफे की उम्मीद हो।
इस प्रकार एक व्यवसाय या बिजिनेस को परिभाषित करते हुए कहा जा सकता है कि आर्थिक गतिविधियां जिसका उद्द्येश्य राजस्व अर्जित करना होता हो, का वित्तीय और बौद्धिक संसाधनों को नियोजित करके संचालन करना एक व्यवसाय कहा जाता है और इन गतिविधियों को संचालित करने वाले व्यक्ति को बिजिनेसमैन या व्यवसायी कहा जाता है। आर्थिक गतिविधियों के संचालन के लिए एक व्यवसायी का मुख्य उद्देश्य मानव, वित्तीय और बौद्धिक संसाधनों को नियोजित करके राजस्व उत्पन्न करना है। इसके आधार पर, व्यवसायी द्वारा ग्राहकों को व्यवसाय का राजा माना जाता है।
आंत्रप्रेन्योर या इंटरप्रेन्योर (entrepreneur) व्यवसाय का ही एक रूप है किन्तु यह कई मायनों में व्यवसाय से अलग होता है। आंत्रप्रेन्योर या उद्यमी की सबसे ख़ास बात उसके पास एक यूनिक आईडिया का होना होता है जिसे वह यथार्थ के धरातल पर लाता है। इस प्रकार एक आंत्रप्रेन्योर बहुत बड़े रिस्क और अनिश्चितता को स्वीकार करने का साहस करता है। आंत्रप्रेन्योर या उद्द्यमी द्वारा स्थापित उद्यम को स्टार्टअप कंपनी कहा जाता है। एक स्टार्टअप कंपनी एकदम नए आईडिया या एकदम नए बिजिनेस प्रोसेस के साथ शुरू होती है। इस प्रकार एक आंत्रप्रेन्योर या उद्यमी बाजार का लीडर या अगुआ होता है और वह कोई प्रतिद्वंदी न होने की वजह से बाजार पर हावी हो जाता है। हालाँकि उसके स्टार्टअप की सफलता को देखते हुए बहुत सारी अन्य प्रतिभागी कंपनियां भी बाद में आ जाती हैं किन्तु तब तक वह आंत्रप्रेन्योर काफी आगे निकल जाता है।
आंत्रप्रेन्योर या उद्यमी शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के entrepreneuse शब्द से हुई मानी जाती है और इस शब्द की उत्पत्ति का श्रेय जीन बप्तिस्ते को जाता है जहाँ आंत्रप्रेन्योर या उद्यमी को आमतौर पर एक उपक्रम या जोखिम उठाने वाले के रूप में लिया जाता था।
अर्थशास्त्र में, आंत्रप्रेन्योर या उद्यमी को उत्पादन का सबसे महत्वपूर्ण कारक माना जाता है, जो उत्पादन के अन्य तीन कारकों यानी भूमि, श्रम और पूंजी को इकट्ठा करता है और जुटाता है। लंबे समय में, ये उद्यमी एक व्यापारी बन जाते हैं।
व्यवसाय या entrepreneur दोनों का लक्ष्य व्यापार होता है जहाँ राजस्व प्राप्ति के लिए प्रयास किये जाते हैं। एक व्यवसायी अपने अनुभवों और बाजार के आज़माये हुए तरीकों को अपनाते हुए धनार्जन करता है वहीँ एक entrepreneur धनार्जन के लिए बाजार और आवश्यकता का निर्माण करता है।
Pawan Borana
धन्यवाद सर आपने Entrepreneur
के बारे अच्छी तरह से बताया , वाकय इससे मूझे काफी Saticfaction मिला।
Sanat
Very correct definition
business news
good and thank you sir