संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्व के देशों को उनकी मानव विकास सूचकांक HDI ,जीडीपी, प्रति व्यक्ति आय, जीवन स्तर, शिक्षा का स्तर, मृत्यु दर आदि के आधार पर दो वर्गों में बांटा गया है विकसित देश और विकासशील देश। विकसित देशों में प्रति व्यक्ति आय अधिक होने की वजह से जीवन स्तर उच्च होता है। बेरोजगारी, भुखमरी, कुपोषण आदि समस्याएं प्रायः नहीं होती है। ऐसे देशों में आधारभूत संरचनाओं का जाल बिछा होता है और ये देश औद्योगीकरण के मामले में भी काफी समृद्ध होते हैं। अमेरिका, जापान, फ्रांस, जर्मनी आदि इन्हीं देशों की श्रेणी में आते हैं।
विकासशील देश ठीक इसके उलट कई समस्याओं से जूझते नज़र आते हैं। ऐसे देशों की जनसँख्या बहुत अधिक होती है प्रति व्यक्ति आय भी कम होती है। गरीबी, भुखमरी, कुपोषण, बेरोजगारी बहुतायत में पायी जाती है। ऐसे देशों में प्रायः उद्योगों का उतना विकास नहीं होता है और आधारभूत संरचनाओं की भी खासी कमी होती है। विकासशील देशों में मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान , बांग्लादेश, अफ्रीका के कई देश आते हैं।
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विकसित और विकासशील देशों में क्या अंतर है ?
- विकसित देशों की जनसँख्या काफी कम होती है जबकि विकासशील देश अपनी बड़ी जनसँख्या के भार के तले दबे रहते हैं।
- विकसित देश जहाँ अपने औद्योगिक क्षेत्रों से राजस्व उत्पन्न करते हैं वहीँ विकासशील देश सेवाक्षेत्र से राजस्व प्राप्त करते हैं।
- विकसित देशों में शिक्षा का स्तर काफी उच्च होता है और साक्षरता दर काफी उच्च होती है जबकि विकासशील देशों में साक्षरता दर बहुत कम होती है।
- विकसित देशों में प्रति व्यक्ति आय काफी अच्छी होने के कारण जीवन स्तर काफी उच्च होता है जबकि विकासशील देशों में प्रति व्यक्ति आय कम होने की वजह से जीवन स्तर निम्न होता है।
- विकसित देशों में लोगों के बीच आय का बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता है जबकि विकासशील देशों में आय में भारी असमानता पायी जाती है। यहाँ कुछ मुट्ठी भर लोगों के पास बहुत अधिक पैसा होता है जबकि अधिकांश जनता थोड़ी सी आय में गुज़र करती है। बहुत ऐसे लोग होते हैं जिनको दोनों वक्त भरपेट भोजन नहीं मिलता।
- विकसित देशों में तकनिकी, उद्योग, आधारभूत संरचनाओं का विकास हो चूका होता है जबकि विकासशील देश विकास की प्रक्रिया से गुज़र रहे होते हैं।
- विकसित देशों में जहाँ अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से उद्योगों पर आधारित होती है वहीँ विकासशील देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि आधारित होती है।
- विकसित देशों में जन्म दर, मृत्यु दर कम होती है जबकि विकासशील देशों में ये दोनों काफी उच्च होते हैं।
- विकसित देशों में सभी संसाधनों का अधिकतम उपयोग होता है वहीँ विकासशील देश ऐसा नहीं कर पाते और संसाधनों की बरबादी होती है।
- विकसित देशों की जीडीपी बहुत ज्यादा होने के कारण वे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि पर ज्यादा ध्यान देते हैं वहीँ विकासशील देशों की जीडीपी कम होने के कारण वे इन सबों पर ज्यादा खर्च कर पाने की स्थिति में नहीं होते।
- विकसित देश जहाँ अपने देश की आर्थिक समृद्धि के लिए काम करते हैं वहीँ विकासशील देश अपनी समस्याओं से जूझने में ही अपना सारा धन लगा देते हैं।
दोस्तों मुझे लगता है अब विकसित और विकासशील देशों के बीच का अंतर आपने क्लियर कर लिया होगा। दोस्तों पोस्ट कैसा लगा कमेंट के माध्यम से हमें बताएं। यदि अच्छा लगा तो प्लीज इसे शेयर और ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें।
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1 टिप्पणियाँ
बहुत अच्छी जानकारी मिली
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