लोमड़ी और सियार में क्या अंतर है
लोमड़ी और सियार हमारी दंतकथाओं में आने वाले दो ऐसे जानवर पात्र हैं जिनके बारे में हम बचपन से ही पढ़ते और सुनते आएं हैं। लोमड़ी और सियार को अकसर ही कथाओं में दुश्चरित्र और खल पात्र की तरह दर्शाया जाता है कि ये चतुर, मक्कार और खतरनाक होते हैं। कहने का मतलब यह है कि हम सबने लोमड़ी और सियार के बारे में खूब जान और सुन रखा है। आईये आज हम इन दोनों जानवरों के बारे में विस्तृत रूप से पढ़ें और जानें कि दोनों में क्या अंतर है
लोमड़ी : एक दिलचस्प जानवर
लोमड़ी एक छोटे मध्यम आकार का सर्वहारी जानवर होता है जो अपनी नुकीली और लम्बी थूथन से आसानी से पहचाना जा सकता है। लोमड़ियों की खोपड़ी चपटी, कान ऊपर की ओर तिकोने और लम्बी ब्रश की तरह पूंछ होती है। इनका शरीर भूरे रंग के हलके बालों से ढका होता है। व्यस्क नर लोमड़ी का वजन प्रायः छह किलोग्राम के आस पास होता है वहीँ मादा लोमड़ी का वजन नर की तुलना में कम होता है। इनकी सबसे बड़ी प्रजाति रेड फॉक्स है जिसका वजन 4 किग्रा से 9 कि ग्रा तक होता है वहीं लोमड़ी की सबसे छोटी प्रजाति फेन्स फॉक्स का वजन सिर्फ 2 कि ग्राम तक ही होता है लोमड़ी की आयु दो से तीन से दस वर्ष मानी जाती है।
लोमड़ी एक स्तनधारी पशु है। जीव विज्ञानं की भाषा में बोलें तो कैनेडी फॅमिली से आते हैं और ज्यादातर लोमड़ियाँ वल्स जीनस की होती हैं। लोमड़ियों की लगभग 37 प्रजातियां ज्ञात हैं। लोमड़ियाँ संसार में अंटार्टिका को छोड़ हर जगह पायी जाती हैं। स्थान और जलवायु विशेष में पाए जाने वाली लोमड़ियों में कुछ भिन्नताएं भी होती हैं जैसे रेगिस्तानी लोमड़ी छोटे फर और छोटे कान होते हैं वहीँ आर्कटिक लोमड़ी के लम्बे फर होते हैं। नर लोमड़ी को रेनार्ड और मादा लोमड़ी को विकसेन कहा जाता है। वैसे तो लोमड़ी सर्वहारी होते हैं लेकिन वे मांसाहार करना ज्यादा पसंद करते हैं। लोमड़ियों में खाने सम्बन्धी एक विशेष आदत पायी जाती है। ये बचे हुए भोजन को जमीन में दबाकर रखते हैं। आम तौर पर लोमड़ी समूह में शिकार करना पसंद करते हैं।
लोमड़ी हमारी लोककथाओं का एक महत्वपूर्ण पात्र भी रहा है। इन कथाओं में इसे चतुर, शातिर और धूर्त माना गया है। पंचतंत्र और कई अन्य कथाओं की रचना में इसकी प्रमुख भूमिका रही है। भारतीय कथाओं के अतिरिक्त पश्चिमी देशों और पर्शियन कथाओं में भी लोमड़ी को काफी स्थान मिला हुआ है।
सियार : जोड़े में शिकार करने वाला जानवर
सियार जिसे अंग्रेजी में जैकाल कहते हैं कुछ कुछ लोमड़ी और कुत्ते की तरह दिखने वाला एक स्तनधारी जानवर है। यह जंगलों तथा गावों के आस पास खेतों तथा झाड़ियों में रहता है। यह प्रायः भूरा तथा काले रंग का होता है। इसके पैर लम्बे तथा कैनाइन दांत लम्बे,नुकीले तथा आगे की ओर मुड़े होते हैं जिससे वह शिकार को आसानी से दबोच सकता है। इनका थूथन लम्बा होता है। सियार 16 किलो मीटर प्रति घंटा के चाल से दौड़ सकता है। सियार आमतौर पर एक मीटर लम्बा आधा मीटर ऊँचा और करीब पंद्रह किलोग्राम वजन का होता है। एक सियार की औसत आयु ग्यारह से सोलह साल की होती है।
सियार प्राणीशास्त्र की भाषा में कैनेडी फॅमिली से ताल्लुक रखते हैं और इनका जीनस कैनीस होता है। सियार की तीन प्रजातियां हैं। साइड स्त्रिप्प्ड और ब्लैक बैक्ड सियार प्रायः मध्य तथा दक्षिण अफ्रीका में पाए जाते हैं वहीँ भूमध्य सागरीय देशों में गोल्डन सियार मिलते हैं।
सियार एक बढ़िया शिकारी होते हैं। ये प्रायः आस पास के गावों में छोटे छोटे जानवरों को अपना शिकार बनाते हैं। सियार प्रायः जोड़े में रहना पसंद करते हैं। सियार पेशाब और मल को सूंघ कर अपना क्षेत्र चिन्हित करते हैं। ये जोड़े में या अकेले शिकार करते हैं किन्तु कभी कभी ये शिकार के लिए झुण्ड बना लेते हैं। ये शाम या रात को हुआ हुआ की तेज डरावनी आवाज लगाते हैं।
सियार भी कथाओं में विभिन्न संस्कृतियों का हिस्सा रहा है। कई दंतकथाओं का मुख्य पात्र सियार को ही बनाया गया है। कथाओं में इसे मक्कार और चतुर जानवर के रूप में दिखाया जाता रहा है। प्रसिद्ध उपन्यास जंगल बुक में रुडयार्ड किपलिंग ने भी सियार को एक मुख्य पात्र बनाया है।
लोमड़ी और सियार में क्या अंतर है
- लोमड़ी कुत्ते जैसे लम्बे और नुकीले थूथन वाला एक जानवर होता है जो कैनेडी फॅमिली के वलप्स जीनस का होता है वही सियार भी कुत्ते की तरह दिखने वाला कैनेडी फैमिली के कनिस जीनस का होता है।
- लोमड़ी की पूंछ लम्बी और झाड़ूदार होती है जबकि सियार की पूछ उतनी झाड़ूदार और ब्रश की तरह नहीं होती।
- लोमड़ी संसार में अंटार्टिका को छोड़ हर जगह पाया जाता है जबकि सियार एशिआ, पूर्वी यूरोप और मध्य और उत्तर अफ्रीका में पाया जाता है।
- लोमड़ी की 37 प्रजातियां पायी जाती हैं वहीँ सियार की केवल तीन प्रजाति पायी जाती है।
- लोमड़ी का थूथन थोड़ा छोटा तिकोना और नुकीला होता है जबकि सियार का थूथन थोड़ा लम्बा होता है।
- लोमड़ी झुण्ड में रहना पसंद करते हैं वहीँ सियार जोड़े में रहना पसंद करते हैं।
- लोमड़ी प्रायः सर्वाहारी होते हैं जबकि सियार सर्वाहारी तो होते हैं किन्तु मांसाहार उन्हें ज्यादा पसंद होता है।
- लोमड़ी वजन और आयु में सियार की तुलना में कम होते हैं।
उपसंहार :
लोमड़ी और सियार दोनों ही कैनेडी परिवार से सम्बन्ध रखते हुए भी दो अलग अलग प्रजातियां हैं। लोमड़ी वलप्स और सियार कैनीस जीनस से सम्बन्ध रखते हैं। लोमड़ी और सियार दोनों ही सर्वाहारी होते हैं किन्तु सियार मांसाहार में ज्यादा रूचि रखते हैं। लोमड़ी झुण्ड में रहना पसंद करती है किन्तु सियार प्रायः जोड़े में रहते हैं। लोमड़ी की खूबसूरत और ब्रश की तरह पूंछ होती है तो सियार के पास पैने और नुकीले मुड़े हुए कैनाइन दांत होते हैं जो इसे कुशल और खतरनाक शिकारी बनाते हैं।
2 टिप्पणियाँ
Nice, it's improve our knowledge
जवाब देंहटाएंBahut acchi jankari Diya jankari ke liye dhanyvad aisi jankari Diya Karen aur dharmik pustak aur dant Katha ke liye humne lomdi aur siyar ka Chitra dekha uske andar ko pata Kiya ham log santusht hue bahut bahut dhanyavad 🍋🍍🥭🍊🍑🍓🍒🍎🍉🥀🌹💐💐🌺🌸🌸🏵️🌻🌻🌼🌈😀😃😄🤣
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