टेनिस और बैडमिंटन के खेल में क्या अंतर है
टेनिस और बैडमिंटन की लोकप्रियता पुरे विश्व में देखी जा सकती है। दोनों ही रैकेट से खेले जाने वाले ऐसे खेल हैं जो एकल या युगल मुकाबलों में खेले जाते हैं। टेनिस और बैडमिंटन दोनों में ही कई बातें एक दूसरे के समान दीखती हैं मसलन दोनों में ही नेट का प्रयोग होता है, दोनों ही रैकेट द्वारा खेले जाते हैं और दोनों में ही बॉल या शटलकॉक को प्रतिद्वंदी के खेमे में रैकेट द्वारा भेजा जाता है। इन दोनों खेलों की इन समानताओं की वजह से कई बार लोग इन दोनों खेलों के बीच के अंतर को नहीं जान पाते। टेनिस और बैडमिंटन भले ही एक जैसे मालुम पड़ते हैं किन्तु दोनों ही दो बिलकुल अलग खेल हैं और दोनों में उत्पत्ति, विकास, खेलने की पद्धति आदि में कई भिन्नताएं हैं।
टेनिस खेल क्या है
टेनिस पुरे विश्व के कई देशों में खेला जाने वाला एक बहुत ही लोकप्रिय और आकर्षक खेल है जिसमे दो खिलाडियों या चार खिलाडियों के बीच रोमांचक मुकाबला होता है। पुरे विश्व में टेनिस की कई प्रतिष्ठित स्पर्धाएं आयोजित की जाती हैं जिनमे विंबलडन, फ्रेंच ओपन, ऑस्ट्रेलियन ओपन, यूएस ओपन आदि मुख्य हैं जो वर्ष के अलग अलग समय में सम्बंधित देशों में आयोजित की जाती है और इनमे दुनिया भर से खिलाडी अपने परिश्रम और अपने कौशल को आजमाते हैं और शोहरत और बेशुमार पैसे को हासिल करते हैं।
टेनिस इतिहास पुराना है। इसकी शुरुवात उत्तर फ़्रांस में 12 वीं शताब्दी में हुई मानी जाती है। उस समय इसे इंडोर गेम के रूप में खेला जाता था। इस खेल को उस समय jeu de paume यानि हथेली का खेल कहा जाता था। फ़्रांस के लुइस दसवां इस खेल का बहुत शौकीन था। बाद में इंग्लैंड में 19 वीं शताब्दी में यह खेल एक नए रूप में सामने आया। इसे अब बाहर यानि आउटडोर खेला जाने लगा।
टेनिस तारों से बने हुए रैकेट और रबर की बनी खोखली गेंद द्वारा खेली जाती है। टेनिस का खेल क्ले कोर्ट या घास के कोर्ट में खेला जाता है। जिसमे दोनों खिलाडियों के बीच एक जाल बंधा होता है। टेनिस में रैकेट की अधिकतम लम्बाई 29 इंच और चौड़ाई 12.5 इंच होती है। टेनिस के बॉल का वजन 56.0 ग्राम से 59.4 ग्राम के बीच होती है और इसका व्यास 65.41-68.58 मिमी के बीच होना चाहिए। टेनिस के कोर्ट की लम्बाई 78 फ़ीट और चौड़ाई 27 फ़ीट होनी चाहिए। डबल मुकाबले में चौड़ाई 36 फ़ीट रखी जाती है।
टेनिस का खेल दो खिलाडियों के बीच या फिर दो दो खिलाडियों की टीम के बीच खेला जाता है। जब एक एक खिलाडी आमने सामने होते हैं तो इसे सिंगल और जब दो खिलाडी आमने सामने होते हैं तो डबल्स मुकाबला कहा जाता है। टेनिस खेलते समय खिलाडी दूसरे के पाले में बॉल को मार कर टप्पा खिलाता है और प्रतिद्वंदी खिलाडी उसे मारकर फिर वापस करता है। यदि वह उसे मारने में या वापस भेजने में असफल हो जाता है तो सामने वाले खिलाडी को एक पॉइंट मिल जाता है। इस खेल में अंकों की गिनती 15, 30,40 करके होती है और खेल तीन सेटों में खेला जाता है। ज्यादा सेट जीतने वाला खिलाडी विजेता होता है।
टेनिस पुरे विश्व के कई देशों में खेला जाने वाला एक बहुत ही लोकप्रिय और आकर्षक खेल है जिसमे दो खिलाडियों या चार खिलाडियों के बीच रोमांचक मुकाबला होता है। पुरे विश्व में टेनिस की कई प्रतिष्ठित स्पर्धाएं आयोजित की जाती हैं जिनमे विंबलडन, फ्रेंच ओपन, ऑस्ट्रेलियन ओपन, यूएस ओपन आदि मुख्य हैं जो वर्ष के अलग अलग समय में सम्बंधित देशों में आयोजित की जाती है और इनमे दुनिया भर से खिलाडी अपने परिश्रम और अपने कौशल को आजमाते हैं और शोहरत और बेशुमार पैसे को हासिल करते हैं।
टेनिस का इतिहास
टेनिस इतिहास पुराना है। इसकी शुरुवात उत्तर फ़्रांस में 12 वीं शताब्दी में हुई मानी जाती है। उस समय इसे इंडोर गेम के रूप में खेला जाता था। इस खेल को उस समय jeu de paume यानि हथेली का खेल कहा जाता था। फ़्रांस के लुइस दसवां इस खेल का बहुत शौकीन था। बाद में इंग्लैंड में 19 वीं शताब्दी में यह खेल एक नए रूप में सामने आया। इसे अब बाहर यानि आउटडोर खेला जाने लगा।
टेनिस का रैकेट और कोर्ट
टेनिस तारों से बने हुए रैकेट और रबर की बनी खोखली गेंद द्वारा खेली जाती है। टेनिस का खेल क्ले कोर्ट या घास के कोर्ट में खेला जाता है। जिसमे दोनों खिलाडियों के बीच एक जाल बंधा होता है। टेनिस में रैकेट की अधिकतम लम्बाई 29 इंच और चौड़ाई 12.5 इंच होती है। टेनिस के बॉल का वजन 56.0 ग्राम से 59.4 ग्राम के बीच होती है और इसका व्यास 65.41-68.58 मिमी के बीच होना चाहिए। टेनिस के कोर्ट की लम्बाई 78 फ़ीट और चौड़ाई 27 फ़ीट होनी चाहिए। डबल मुकाबले में चौड़ाई 36 फ़ीट रखी जाती है।
टेनिस कैसे खेला जाता है
टेनिस का खेल दो खिलाडियों के बीच या फिर दो दो खिलाडियों की टीम के बीच खेला जाता है। जब एक एक खिलाडी आमने सामने होते हैं तो इसे सिंगल और जब दो खिलाडी आमने सामने होते हैं तो डबल्स मुकाबला कहा जाता है। टेनिस खेलते समय खिलाडी दूसरे के पाले में बॉल को मार कर टप्पा खिलाता है और प्रतिद्वंदी खिलाडी उसे मारकर फिर वापस करता है। यदि वह उसे मारने में या वापस भेजने में असफल हो जाता है तो सामने वाले खिलाडी को एक पॉइंट मिल जाता है। इस खेल में अंकों की गिनती 15, 30,40 करके होती है और खेल तीन सेटों में खेला जाता है। ज्यादा सेट जीतने वाला खिलाडी विजेता होता है।
टेनिस काफी शोहरत और पैसों का खेल माना जाता है। इसकी दुनिया भर में कई स्पर्धाएं खेली जाती हैं। अमेरिका का यूएस ओपन, इंग्लैंड का विंबलडन, ऑस्ट्रेलिया में होने वाला ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ़्रांस का फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट काफी प्रतिष्ठित माने जाते हैं। इन चारों टूर्नामेंटों को ग्रैंड स्लैम कहा जाता है।
बैडमिंटन का खेल
बैडमिंटन शटलकॉक से खेला जाने वाला एक बहुत ही लोकप्रिय खेल है जिसमे एक एक खिलाडियों के बीच या फिर दो दो के सेट में मुकाबले होते हैं। इसे आउटडोर और इंडोर दोनों ही खेला जाता है किन्तु आउटडोर के मुकाबले इंडोर खेलना ज्यादा सही माना जाता है। इसकी मुख्य वजह हवा का बहाव है जो शटलकॉक की गति को प्रभावित करता है।
बैडमिंटन के खेल का इतिहास
बैडमिंटन के खेल की शुरुवात
बैडमिंटन की शुरुवात भारत में हुई मानी जाती है। 19 वीं शताब्दी में ब्रिटिश छावनी पूना के कुछ ब्रिटिश अधिकारीयों द्वारा इस खेल की शुरुवात हुई थी जहाँ से यह खेल उन्ही अधिकारीयों के इंग्लैंड वापसी पर इंग्लैंड में भी खेला जाने लगा और लोकप्रिय होता गया। 1860 में इसहाक स्प्राट नामक एक व्यापारी ने बैडमिंटन बैटलडोर -एक नया खेल नाम से एक पुस्तिका प्रकाशित की। फिर धीरे धीरे इस खेल का विकास होता गया और इसके नियम निश्चित किये जाने लगे। 1873 में ग्लुस्टर शायर स्थित ड्यूक के बैडमिंटन हाउस में बैडमिंटन का खेल के रूप में इसे शुरू किया गया जो बाद में बैडमिंटन बन गया।बैडमिंटन के खेल में कोर्ट और रैकेट के माप
बैडमिंटन कोर्ट की चौड़ाई 20 फ़ीट और एकल खेल के लिए 17 फ़ीट होती है जबकि लम्बाई 44 फ़ीट होती है। कोर्ट के मध्य नेट होता है जिसमे नेट से दोनों ओर 6 फ़ीट 6 इंच की दुरी पर सर्विस रेखा होती है। नेट मध्य में 5 फ़ीट ऊँचा होता है। बैडमिंटन का खेल रैकेट द्वारा खेला जाता है। रैकेट महीन तारों की जाली से बना होता है। रैकेट का वजन 79 से 91 ग्राम के बीच होना चाहिए। शटलकॉक इस खेल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। शटलकॉक को प्रायः चिड़िया कहा जाता है। शटलकॉक कॉर्क का बना होता है जिसमे उसके ऊपर एक घेरे में 16 पंखों की एक कतार होती है पक्षियों से प्राप्त होते हैं।
बैडमिंटन का खेल कैसे खेला जाता है
बैडमिंटन के खेल में खिलाडी एक दूसरे के पाले में शटलकॉक को मारता है जिसे प्रतिद्वंदी खिलाडी अपने रैकेट के द्वारा वापस करता है। इस दौरान यदि शटलकॉक नेट में फंस जाता है या फिर उसके पाले में ही गिर जाए तो अगले खिलाडी को एक पॉइंट का फायदा होता है। बैडमिंटन का खेल 21 पॉइंट का होता है। बैडमिंटन एक एक खिलाडियों के मध्य, दो दो खिलाडियों के मध्य जिन्हें डबल्स कहते हैं। इसके अतिरिक्त पुरुष और महिला का मिक्स डबल्स मुकाबला होता है।
बैडमिंटन एक बहुत ही लोकप्रिय खेल है। विश्व में ओलम्पिक खेलों के अतिरिक्त कई अन्य बैडमिंटन स्पर्धाएं आयोजित होती हैं जिनमे थॉमस कप, उबर कप, सुदिरमान कप आदि प्रमुख हैं।
टेनिस और बैडमिंटन के खेल में क्या अंतर है
Difference Between Tennis And Badminton
- टेनिस की शुरुवात 12 वीं शताब्दी में फ़्रांस में हुई मानी जाती है जबकि बैडमिंटन की शुरुवात 19 वीं शताब्दी में भारत से हुई मानी जाती है।
- टेनिस रैकेट और बॉल के साथ खेला जाता है जबकि बैडमिंटन रैकेट और शटलकॉक के साथ खेला जाता है।
- टेनिस का रैकेट करीब 284 से 340 ग्राम वजन का होता है और यह बैडमिंटन के रैकेट से काफी भारी होता है। बैडमिंटन का रैकेट करीब 79 से 91 ग्राम के बीच होता है।
- टेनिस का कोर्ट 78 फ़ीट लम्बा और अधिकतम 36 फ़ीट चौड़ा होता है वहीँ बैडमिंटन का कोर्ट 44 फ़ीट लम्बा और अधिकतम 20 फ़ीट चौड़ा होता है।
- टेनिस का नेट जमीन से 36 इंच ऊपर होता है जबकि बैडमिंटन का नेट जमीन से 60 इंच ऊपर होता है।
- टेनिस में बॉल हिट करने के पहले जमीन पर टप्पा खा सकती है किन्तु बैडमिंटन में शटलकॉक के जमीन छूतें ही रैली खत्म हो जाती है और प्रतिद्वंदी को एक पॉइंट का फायदा हो जाता है।
- टेनिस में सर्व करने वाले खिलाडी काफी लाभ में रहते हैं और इसका उनकी जीत में काफी महत्त्व होता है जबकि बैडमिंटन में सर्व दोनों पक्ष के लिए बराबर अवसर होते हैं।
- टेनिस में सर्व करने के लिए खिलाडी को दो बार प्रयास की अनुमति होती है जबकि बैडमिंटन में सर्व करने वाले को एक ही प्रयास की अनुमति होती है।
- टेनिस में पॉइंट्स लव,15,30,40 से गिना जाता है जबकि बैडमिंटन में पॉइंट्स 1,2,3 से 21 तक गिना जाता है।
- टेनिस में सबसे अधिक शॉट का रिकॉर्ड एंडी रोड्रिक का है जिन्होंने 246 किमी प्रति घंटा की गति से सर्व किया था वहीँ बैडमिंटन में सबसे तेज शॉट खेलने का रिकॉर्ड 420 किमी प्रति घंटा टैन बून यांग का है।
- टेनिस में कलाइयों का कम प्रयोग होता है जबकि बैडमिंटन में कलाईयों और उँगलियों का खूब प्रयोग होता है।
- टेनिस के खेल में बैडमिंटन की तुलना में कई गुना ज्यादा पैसा मिलता है।
- टेनिस एक आउटडोर गेम है जबकि बैडमिंटन मुख्यतः इंडोर गेम है किन्तु यह आउटडोर भी कभी कभी खेला जाता है।
- टेनिस में ऊपरी शरीर, मजबूत भुजाएं काफी महत्वपूर्ण होती हैं जबकि बैडमिंटन में पैरों की भागदौड़, कूद आदि का ज्यादा रोल होता है।
उपसंहार
टेनिस और बैडमिंटन दोनों ही रैकेट से खेले जाने की वजह से एक जैसे लगते हैं किन्तु वास्तव में दोनों दो अलग अलग खेल हैं। टेनिस जहाँ बॉल को हिट करके खेला जाता है वहीँ बैडमिंटन में शटलकॉक को हिट किया जाता है। टेनिस और बैडमिंटन दोनों ही पूरी दुनिया में लोकप्रिय हैं और दोनों ही काफी दमखम वाले खेल हैं।
Ref :
https://www.wikihow.com/Score-Badminton
https://sportsregras.com/hi/
https://hi.wikipedia.org/wiki/
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