JEE Advanced क्या है : JEE Main और JEE Advanced में क्या अंतर है
Difference between JEE Advanced and JEE Mains
JEE Advance क्या है
JEE एडवांस यानि Joint Entrance Examination Advanced जिसे पूर्व में आईआईटी जेईई (IIT JEE) कहा जाता था, एक प्रवेश परीक्षा है जिसे वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा का उद्द्येश्य देश के विभिन्न आई आई टी कालेजों में एडमिशन के लिए छात्रों का सेलेक्शन करना है। यह भारत की एक अति प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा है जिसमे केवल वही छात्र उत्तीर्ण हो पाते हैं जो अत्यंत प्रतिभाशाली और खूब मेहनती हों।
JEE Advance की परीक्षा किसके द्वारा आयोजित की जाती है
JEE एडवांस परीक्षा का आयोजन हर साल भारत के सात आईआईटी में से एक के द्वारा जिसका चुनाव राउंड रोबिन रोटेशन पैटर्न के आधार पर किया जाता है, के द्वारा जॉइंट एडमिशन बोर्ड (JAB) की देख रेख में कराया जाता है। ये सात आईआईटी -आईआईटी रूडकी, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी दिल्ली,आईआईटी कानपुर, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास और आईआईटी गुआहाटी हैं।
JEE Advance कब शुरू हुआ
2002 में इंजीनियरिंग कालेजों में एडमिशन के लिए एक अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा शुरू की गयी जिसे AIEEE कहा जाता था। इस परीक्षा का उद्द्येश्य IIT संस्थानों को छोड़ कर राष्ट्रीय महत्त्व के अन्य विभिन्न इंजीनियरिंग कालेजों में एडमिशन के लिए उम्मीदवारों का चयन करना था। 2012 में AIEEE परीक्षा को JEE Main में बदल दिया गया और IIT-JEE को JEE Advanced में। JEE Main परीक्षा JEE Advanced के लिए एक स्क्रीनिंग परीक्षा का काम करती है।
JEE एडवांस परीक्षा एक बेहद कठिन परीक्षा है जिसके क्वालीफाई करने की दर अत्यंत ही कम है। 2012 में मात्र 1.95 प्रतिशत और 2017 में केवल 0.92 प्रतिशत अभ्यर्थी ही क्वालीफाई कर सके। यही कारण है इसे UPSC की सिविल सर्विसेज परीक्षा के बाद भारत की दूसरी सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है और चीन की Gaokao परीक्षा जो विश्व की सबसे टफ परीक्षा मानी जाती है उसको लेकर यह दुनिया की तीसरी सबसे मुश्किल परीक्षा मानी जाती है।
JEE Advance के बाद कहाँ एडमिशन मिलता है
इस परीक्षा में क्वालीफाई करने वाले छात्रों का एडमिशन भारत के सात आईआईटी में आईआईटी रूडकी, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी दिल्ली,आईआईटी कानपुर, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास और आईआईटी गुआहाटी में होता है। इनके अतिरिक्त मेरिट में आये छात्रों का एडमिशन आईआईटी के अलावा देश के अन्य प्रतिष्ठित कॉलेजों में भी हो सकता है जैसे मरीन इंजीनियरिंग एंड रीसर्च इंस्टिट्यूट, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी, राजीव गाँधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेस टेक्नोलॉजी, इंडियन इंस्टिटुरे ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस आदि। इसके अतिरिक्त विदेशों में यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैंब्रिज और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर में भी आईआईटी एडवांस में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का एडमिशन हो सकता है।
JEE एडवांस के लिए क्या योग्यता होती है
Eligibility Criteria for JEE Advanced
JEE Advance कौन दे सकता हैं ?
- कैंडिडेट को JEE Main की परीक्षा सफल उम्मीदवारों की रैंकिंग में टॉप 250,000 (सभी केटेगरी मिला कर) के भीतर स्थान होना चाहिए।
- कैंडिडेट की आयु 25 वर्ष से कम होना चाहिए। रिज़र्व केटेगरी के अभ्यर्थियों को पांच वर्ष की छूट होती है।
- अभ्यर्थियों को दो लगातार वर्ष में प्रयास करने का अवसर होता। है।
- अभ्यर्थी बारहवीं या समकक्ष की परीक्षा गत वर्ष उत्तीर्ण हो चूका होना चाहिए।
- अभ्यर्थी किसी अन्य आईआईटी में पूर्व में एडमिशन न लिया हो।
- इसके अतिरिक्त अभ्यर्थियों को बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में या तो टॉप 20 परसेंटाइल में होना चाहिए अथवा उन्हें उस परीक्षा में कम से कम 75 प्रतिशत अंक ( आरक्षित वर्ग के लिए यह 65 प्रतिशत है) अर्जित करना चाहिए। विदेशी छात्रों को इन बाध्यताओं से अलग रखा गया।
JEE एडवांस के लिए फीस
JEE एडवांस परीक्षा में शामिल होने के लिए सामान्य अभ्यर्थियों को 2800 रुपये, महिलाओं को 1400 रुपये तथा आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 1400 रुपये फीस के तौर पर जमा करने होते हैं।
JEE एडवांस एग्जाम पैटर्न
JEE एडवांस के परीक्षा पूरी तरह से ऑनलाइन होती है यानि इसमें पेन पेपर का प्रयोग नहीं होता है। यह परीक्षा दो पेपर की होती है और प्रत्येक पेपर 3 घंटे का होता है। दिव्यांग छात्रों के लिए पेपर चार घंटे का होता है। परीक्षा का माध्यम हिंदी तथा इंग्लिश होता है। प्रत्येक पेपर के तीन सेक्शंस होते हैं फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स। प्रत्येक पेपर में 54 प्रश्न (प्रत्येक सेक्शन में 18) पूछे जाते हैं। परीक्षा में पूर्ण, आंशिक और शून्य अंकों की अवधारणा की गयी है।
JEE Main और JEE Advanced में क्या अंतर है
- JEE Main एक प्रवेश परीक्षा है जिसका उद्द्येश्य BE , B.Tech में एडमिशन के लिए देश के विभिन्न इंजीनियरिंग और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी आदि अभ्यर्थियों का चयन करना है। JEE Advanced भी एक प्रवेश परीक्षा है किन्तु यह देश के विभिन्न आईआईटी कॉलेजों में एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों का चयन करता है।
- इंजीनियरिंग की पढाई करने वाले सभी छात्रों को JEE मेन परीक्षा क्वालीफाई करना अनिवार्य है जबकि जो छात्र आईआईटी संस्थान में एडमिशन कराना चाहते हैं उनके लिए JEE मेंस के बाद JEE एडवांस की परीक्षा भी उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
- JEE Mains की परीक्षा का आयोजन NTA यानि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा कराया जाता है जबकि JEE Advanced परीक्षा का आयोजन देश के विभिन्न आईआईटी संस्थानों के द्वारा बारी बारी कराया जाता है।
- JEE mains की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए क्वालीफाइंग बारहवीं परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक है जबकि JEE एडवांस परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को बारहवीं में न्यूनत्तम 75 प्रतिशत (आरक्षित वर्ग के लिए 65 प्रतिशत) अथवा बारहवीं में टॉप 20 परसेंटाइल होना अनिवार्य है। इसके साथ ही उन्हें JEE mains की मेरिट में टॉप 250000 में आना होगा।
- JEE Mains की परीक्षा में छात्रों के लिए प्रयासों की संख्या की कोई लिमिट नहीं है वहीँ JEE Advanced की परीक्षा में प्रयासों की संख्या सीमित है। कोई भी छात्र JEE Advanced की परीक्षा केवल दो बार वह भी लगातार वर्षों में दे सकता है।
- JEE Mains की परीक्षा में शामिल होने के लिए कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं है किन्तु JEE Advanced की परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को 25 या 25 वर्ष से कम होना चाहिए। आरक्षित वर्ग के लिए 5 वर्ष की छूट निर्धारित की गयी है।
- JEE Main प्रवेश परीक्षा में छात्रों को दो पेपर देने होते हैं। B.Tech और B.E. में एडमिशन के इच्छूक छात्रों के लिए पेपर I तथा B.Arch और B.Plan के लिए पेपर II देना होता है। पेपर II भी दो भागों में बटा होता है पेपर 2A तथा पेपर 2B JEE Main की परीक्षा ऑनलाइन ली जाती है किन्तु ड्राइंग की परीक्षा ऑफलाइन ली जाती है। JEE Advanced परीक्षा में भी दो पेपर होते हैं पेपर I और पेपर II किन्तु JEE Advanced परीक्षा पूर्ण रूप से ऑनलाइन मोड में ली जाती है।
JEE Advance की परीक्षा में शामिल होने के लिए JEE Mains को अच्छे अंकों से निकालना बेहद जरुरी होता है। अतः यदि आप IIT या देश के अन्य अति प्रतिष्ठित संस्थानों से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो JEE एडवांस के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया का अच्छी तरह से अवलोकन करें और JEE Mains की टोपर लिस्ट में आने का प्रयास करें।
2 टिप्पणियाँ
बहुत ही उपयोगी जानकारी प्रस्तुत की है आपने, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंThanks Ma'm for your valuable feedback
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