Differences between Physical Change and Chemical Change
हम अपने दैनिक जीवन में कई परिवर्तन देखते हैं जैसे दूध से दही का जमना, पानी का बर्फ या वाष्प में बदलना, तांबे के तार बनना, लकड़ी से कुर्सी बनना, लकड़ी जलकर राख बनना आदि। इन परिवर्तनों में हम देखते हैं कि कुछ में पदार्थ का बाहरी स्वरूप ही केवल बदलता है जबकि कुछ में पदार्थ की आतंरिक बनावट ही बदल जाती है। इसी तरह कुछ परिवर्तन अस्थायी होते हैं तो कुछ हमेशा के लिये। इन सभी परिवर्तन को उनके गुणों के आधार पर दो भागों में बांटा गया है भौतिक परिवर्तन और रासायनिक परिवर्तन। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि परिवर्तन दो प्रकार के होते हैं भौतिक परिवर्तन और रासायनिक परिवर्तन। अब प्रश्न उठता है भौतिक परिवर्तन किसे कहते हैं, रासायनिक परिवर्तन क्या है, भौतिक और रासायनिक परिवर्तन में क्या अंतर है आदि। आज के इस पोस्ट में हम इन्हीं प्रश्नो का उत्तर जानने की कोशिश करेंगे मसलन भौतिक परिवर्तन क्या है, रासायनिक परिवर्तन किसे कहते हैं और और भौतिक और रासायनिक परिवर्तन में क्या अंतर है आदि।
भौतिक परिवर्तन क्या है
What is Physical Change
किसी पदार्थ में होने वाला ऐसा परिवर्तन जिसमे पदार्थ के रासायनिक गुण तो ज्यों के त्यों रहते हैं किन्तु उसके आकार, अवस्था, रंग आदि भौतिक गुणों में परिवर्तन आ जाए, भौतिक परिवर्तन कहलाता है।
- पानी से वाष्प बनना तथा वाष्प से पुनः पानी बनना
- कागज को फाड़ना
- लकड़ी काट कर कुर्सी बनाना
- तांबे से पतला तार खींच कर निकालना
- मोम का पिघलना
भौतिक परिवर्तन की विशेषताएं
- भौतिक परिवर्तन में पदार्थ की रासायनिक संरचना नहीं बदलती
- भौतिक परिवर्तन केवल अवस्था, आकार, रंग आदि में बदलाव लाता है
- भौतिक परिवर्तन अस्थायी होता है
- भौतिक परिवर्तन से पुनः पुरानी अवस्था प्राप्त की जा सकती है
- भौतिक परिवर्तन में कोई नया पदार्थ नहीं बनता।
What is Chemical Changes
रासायनिक परिवर्तन के अन्तर्गत वे सभी परिवर्तन आते हैं जिनमे परिवर्तन के बाद पदार्थ की प्रकृति ही बदल जाती है। इस तरह के परिवर्तन में एक नया उत्पाद बनता है। इस तरह से रासायनिक परिवर्तन भौतिक परिवर्तन के ठीक विपरीत है। कागज या लकड़ी को जलाने पर राख का बनना रासायनिक परिवर्तन है। इस तरह के परिवर्तन में पदार्थ की रासायनिक संरचना बदल जाती है। रासायनिक परिवर्तन रासायनिक अभिक्रिया की वजह से होता है और यह यह एक स्थायी परिवर्तन होता है। इस परिवर्तन को रिवर्स नहीं किया जा सकता है।
जब कोई पदार्थ किसी अन्य पदार्थ से मिलकर एक नया पदार्थ बनता है (संश्लेषण), या जब कोई पदार्थ दो या अधिक पदार्थों में वियोजित (डीकम्पोज) होकर उसका गुण और वैशिष्ट्य बदल जाता है, तो इसे रासायनिक परिवर्तन (Chemical change) कहते हैं। उदाहरणः लोहे पर जंग लगना, अगरबत्ती का जलना, दूध का फटना, आदि। रासायनिक परिवर्तनों को समझना, रसायन विज्ञान का प्रमुख कार्य है।
रासायनिक परिवर्तन के उदहारण
- लकड़ी का जलना
- दूध से दही जमना
- लोहे पर जंग लगना
- भोजन का पकना और पचना
- स्टार्च से सिरका बनना
- श्वसन क्रिया होना
रासायनिक परिवर्तन के गुण
- रसायनिक परिवर्तन के फलस्वरूप बने नए पदार्थ के गुण मूल पदार्थ के गुणों से भिन्न होते हैं।
- रासायनिक परिवर्तन स्थाई होते हैं। प्रक्रिया का कारण हटने के बाद भी यह रिवर्स नहीं होता है।
- रासायनिक परिवर्तन में ऊष्मा उत्सर्जित होती है अथवा अवशोषित होती है।
- रसायनिक परिवर्तन के बाद बने पदार्थ को उत्पाद कहते हैं।
- इस प्रकार के परिवर्तन के दौरान भाग लेने वाले पदार्थ को अभिकारक या प्रतिकारक का कहते हैं।
- रासायनिक परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया भी कहा जा सकता है।
- रासायनिक अभिक्रिया वास्तविक रूप में जब घटित होती है,तो इन्हें एक सांकेतिक रूप में निरूपित किया जाता है इसे रासायनिक समीकरण कहा जाता है।
भौतिक परिवर्तन और रासायनिक परिवर्तन में क्या अंतर है
Differences between Physical Change and Chemical Change
- भौतिक परिवर्तन में पदार्थ में पदार्थ के बाहरी स्वरुप में अर्थात आकार, आकृति, रंग आदि में परिवर्तन आता है उसकी मूल संरचना वही रहती है जबकि रासायनिक परिवर्तन में पदार्थ की आतंरिक संरचना में भी बदलाव आता है।
- भौतिक परिवर्तन में कोई नया पदार्थ नहीं बनता जबकि रासायनिक परिवर्तन में नया पदार्थ बनता है जिसे उत्पाद कहते हैं।
- भौतिक परिवर्तन में ऊष्मा का अवशोषण प्रायः नहीं होता है कुछ अपवादों को छोड़कर वहीँ रासायनिक परिवर्तन में ऊष्मा का अवशोषण या ऊष्मा का उत्सर्जन होता है।
- भौतिक परिवर्तन अस्थायी होता है किन्तु रासायनिक परिवर्तन स्थायी होता है।
- भौतिक परिवर्तन उत्क्रमणीय होता है अर्थात इसे पूनः मूल अवस्था में लाया जा सकता है वहीँ रासायनिक परिवर्तन रिवर्सेबल नहीं होता है।
हम अपने इर्द गिर्द तमाम परिवर्तनों को देखते हैं। इन परिवर्तनों में आकार, आकृति आदि केवल भौतिक स्वरुप में आने वाले परिवर्तनों को जो अस्थायी होते हैं और परिवर्तन का कारण हटाने पर पुनः अपनी पूर्व अवस्था में आ जाए, भौतिक परिवर्तन कहते हैं जबकि जिन परिवर्तनों में पदार्थ की रासायनिक संरचना में बदलाव आ जाता है और एक नया उत्पाद प्राप्त होता है, रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं।
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