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Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है

Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है 

Difference between Google Assistant and ChatGPT 

"हेलो गूगल, मेरे आस पास कोई कॉफी शॉप बताओ" और सेकेंडों में आपके मोबाइल स्क्रीन पर आपके आस पास के कॉफ़ी शॉप के नाम, पते, कांटेक्ट नंबर सहित तमाम जानकारियां आ जाती हैं। आप बड़ी ही आसानी से कॉफ़ी शॉप पर चले जाते हैं। जी हाँ ऐसी तमाम जानकारियां आज की तारीख में हम चुटकियों में प्राप्त कर सकते हैं जिनको खोजने के लिए पहले बहुत ही मशक्कत करनी पड़ती थी। और यह संभव हो पाया है गूगल असिस्टेंट की बदौलत इसी तरह किसी भी तरह की जानकारी लेनी हो, किसी भाषा में अनुवाद करना हो, प्रश्न का उत्तर चाहिए, सारांश लिखना हो चैट्जीपीटी आपकी बड़ी ही आसानी से मदद करेगा। इस तरह गूगल असिस्टेंट और चैट्जीपीटी ने हमें बहुत सारी सहूलियतें दी हैं। गूगल असिस्टेंट और चैट्जीपीटी की इतनी सारी खूबियों और उपयोगिताओं को देखते हुए इनके बारे में कुछ विशेष जानने की उत्सुकता स्वाभाविक और प्रासंगिक है। आज के इस पोस्ट में हम पढ़ेंगे गूगल असिस्टेंट क्या है, चैट्जीपीटी क्या है और साथ ही गूगल असिस्टेंट और चैट जीपीटी में क्या अंतर है आदि। इसके साथ ही हम जानेंगे गूगल अस्सिटेंट और चैट्जीपीटी के इस्तेमाल में खतरे या नुकसान क्या हो सकते हैं।



Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है



गूगल असिस्टेंट क्या है

What is Google Assistant

गूगल असिस्टेंट एक वर्चुअल असिस्टेंट है, जो गूगल द्वारा विकसित किया गया है। यह एंड्रॉइड, आईओएस, गूगल होम, गूगल नेस्ट हब मैक्स, गूगल पिक्सलबुक, गूगल असिस्टेंट स्मार्ट स्पीकर और अन्य उपकरणों के साथ काम करता है। गूगल असिस्टेंट, प्राकृतिक भाषा प्रोसेसिंग (एनएलपी) का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं के सवालों का जवाब देता है और उन्हें टास्क करने में मदद करता है।

Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है



गूगल असिस्टेंट कैसे कार्य करता है

गूगल असिस्टेंट एक वॉइस-एक्टिवेटेड पर्सनल असिस्टेंट है, जो नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं के सवालों का जवाब देता है और उन्हें टास्क करने में मदद करता है। इसके माध्यम से यूजर मैसेज भेज सकते हैं, फोन कॉल कर सकते हैं, रिमाइंडर सेट कर सकते हैं, अलार्म सेट कर सकते हैं और गूगल असिस्टेंट से कुछ भी पूछ सकते हैं। यह आपके फोन, लैपटॉप या गूगल होम जैसी डिवाइस के साथ एक्सेस करता है, जिससे आपके दैनिक जीवन में आसानी होती है। गूगल असिस्टेंट की उन्नत समझ और जवाबों को सुधारने के लिए गूगल ने मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया है।

Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है



गूगल अस्सिटेंट के उपयोग 

गूगल असिस्टेंट के कई उपयोग हैं, कुछ प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं:

  • ट्रांसलेशन : आप गूगल असिस्टेंट के माध्यम से किसी भी भाषा को दूसरी भाषा में ट्रांसलेट कर सकते हैं।

  • रिमाइंडर और अलार्म सेट करना: गूगल असिस्टेंट के माध्यम से आप अपने फोन या गूगल होम पर रिमाइंडर और अलार्म सेट कर सकते हैं।

  • सर्च करें और जवाब पाएं: आप गूगल असिस्टेंट से किसी भी सवाल का जवाब भी पा सकते हैं, जिसके लिए आपको बस उस सवाल का नाम बताना होगा।

  • फोन कॉल करना: आप गूगल असिस्टेंट के माध्यम से किसी को भी फोन कॉल कर सकते हैं, बस आपको उस व्यक्ति का नाम बताना होगा।

  • मैसेज भेजना: गूगल असिस्टेंट से आप मैसेज भी भेज सकते हैं, जिसके लिए आपको उस व्यक्ति का नाम और मैसेज टाइप करना होगा।

  • दिशा और स्थान ढूंढना: आप गूगल असिस्टेंट के माध्यम से दिशा और स्थान भी सर्च कर सकते हैं, जिसके लिए आपको बस उस जगह का नाम या एड्रेस बताना होगा।

  • म्यूजिक और वीडियो चलाना: गूगल असिस्टेंट के माध्यम से आप अपने फोन या गूगल होम पर म्यूजिक और वीडियो चला सकते हैं।

  • फोटो और वीडियो सर्च करना: गूगल असिस्टेंट के माध्यम से आप इंटरनेट पर फोटो और वीडियो भी सर्च कर सकते हैं, जिसके लिए आपको बस उसका नाम बताना होगा।

  • फोटो एडिटिंग: गूगल असिस्टेंट के माध्यम से आप अपने फोटोज़ को एडिट भी कर सकते हैं।
Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है



इन सभी उपयोग के अलावा भी गूगल असिस्टेंट के और भी कई उपयोग हैं, जो आपकी दैनिक जीवन को और आसान बना सकते हैं।


गूगल अस्सिटेंट के खतरे 

वैसे तो गूगल असिस्टेंट के कई फायदे हैं, लेकिन कई मामलों में इसका प्रयोग खतरे और नुकसान को भी आमंत्रित कर सकता है। गूगल असिस्टेंट से होने वाले कुछ संभावित नुकसान और खतरे निम्नलिखित हैं:

  • गोपनीयता की समस्याएं: गूगल असिस्टेंट का उपयोग करने से आपकी व्यक्तिगत जानकारी और डेटा गूगल के सर्वरों पर स्टोर हो जाता है, जो कई बार लोगों के लिए गोपनीयता संबंधी समस्या बन सकता है।


  • गलत विवरण: गूगल असिस्टेंट के वॉइस रिकग्निशन सिस्टम में कभी-कभी गलत विवरण भी हो सकता है, जिससे आपको गलत जानकारी दी जा सकती है।


  • तकनीक पर निर्भरता: गूगल असिस्टेंट का उपयोग करने से आप तकनीक पर अत्यधिक निर्भर हो सकते हैं और अपने आप को और लोगों से दूर रख सकते हैं। इसके साथ ही आप अपनी प्राकृतिक क्षमता जैसे यादाश्त, तर्क, क्रियाशीलता आदि को नुकसान पंहुचा सकते हैं।


  • तकनीकी समस्याएं: कभी-कभी गूगल असिस्टेंट के तकनीकी समस्याएं भी हो सकती हैं, जिससे आपको कुछ काम करने में परेशानी हो सकती है।

यही वजह है गूगल असिस्टेंट का उपयोग करने से पहले आपको गूगल असिस्टेंट की प्राइवेसी पालिसी और टर्म्स ऑफ़ सर्विस को अच्छी तरह से समझना चाहिए।



चैट्जीपीटी क्या है

What is ChatGPT


चैटजीपीटी एक मशीन लर्निंग आधारित भाषा मॉडल है, जो ओपनएआई द्वारा विकसित किया गया है। यह मॉडल प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (एनएलपी) के आधार पर काम करता है, जो कंप्यूटर को मानव भाषा को समझने और उससे अर्थ निकालने की क्षमता प्रदान करता है। ChatGPT एक बहुत बड़े स्केल का neural network model है जिसे टेक्स्ट जनरेशन, टेक्स्ट क्लासिफिकेशन, क्वेश्चन आंसरिंग और मशीन ट्रांसलेशन जैसे कार्यों में उपयोग किया जाता है।

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ChatGPT कैसे काम करता है


ChatGPT के कई versions available हैं, जिनमें सबसे latest version GPT-3 है, जिसकी training data बहुत ही विस्तृत है और इसलिए इसकी performance और accuracy बाकी versions से बहुत अच्छी है। ChatGPT को आजकल बहुत से applications में use किया जाता है, जैसे language translation, chatbot development, content creation और text-based search engines में।

चैटजीपीटी के पास बहुत सारी एल्गोरिथ्म्स होते हैं, जिससे वह इनपुट डेटा को विश्लेषण करता है और फिर उसके आधार पर आउटपुट उत्पन्न करता है। जब कोई उपयोगकर्ता चैटजीपीटी से बात करता है, तो उसके इनपुट को विश्लेषण करने के बाद चैटजीपीटी उसके लिए सही उत्तर देता है, जो उपयोगकर्ता के सवाल के आधार पर हो सकता है। इस प्रकार, चैटजीपीटी की सहायता से बहुत से काम किए जा सकते हैं, जैसे जवाब उत्पन्न करना, सारांश बनाना, अनुवाद करना, और बहुत कुछ।

Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है



ChatGPT में deep learning algorithms का उपयोग किया जाता है, जो कि बहुत से natural language processing tasks के लिए training के लिए use किए गए हजारों गिगाबाइट के text data से सीखता है। जब एक उपयोगकर्ता ChatGPT के साथ interact करता है, तो यह उसके input को analyze करके उपयुक्त और natural-looking response generate करता है। इस तरह ChatGPT को हम एक AI-powered chatbot के रूप में समझ सकते हैं, जो natural और contextual conversations कर सकता है।


चैटजीपीटी के पास एक बहुत बड़ा कोर्पस corpus है, जिसमें लाखों करोड़ों वाक्य और शब्द शामिल हैं, जिनमें से वह बहुत सारी पैटर्न और संबंध भी सीख सकता है। इस प्रकार, चैटजीपीटी सीखता रहता है और उसका नॉलेज बेस बढ़ता रहता है।

चैटजीपीटी को किसी भी भाषा में लिखा गया पाठ या बोला गया ऑडियो दिया जाता है, जिसे वह प्रोसेस करके उसका मतलब समझने की कोशिश करता है। इसके लिए, वह नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग तकनीकों का उपयोग करता है, जैसे टोकनाइजेशन, पार्ट-ऑफ-स्पीच टैगिंग, एंटिटी रिकग्निशन, डिपेंडेंसी पार्सिंग, सेंटिमेंट एनालिसिस और बहुत कुछ।



चैट्जीपीटी के उपयोग 


चैटजीपीटी के हमारे लिए कई तरह से उपयोगी है। इसके कुछ प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं:

  • आंसरिंग मशीन के रूप में : चैटजीपीटी का उपयोग किसी प्रश्न के उत्तर प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। जब कोई उपयोगकर्ता किसी सवाल का उत्तर पूछता है, तो चैटजीपीटी उसके सवाल को विश्लेषण करता है और सही उत्तर प्रदान करता है।

  • समरी या सारांश प्राप्त करने के लिए : चैटजीपीटी का उपयोग सारांश के लिए भी किया जा सकता है। इस प्रकार, किसी भी पाठ को सारांशित करने के लिए चैटजीपीटी का उपयोग किया जा सकता है।
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  • अनुवाद: चैटजीपीटी का उपयोग अनुवाद के लिए भी किया जा सकता है। किसी भी भाषा में लिखे गए पाठ को दूसरी भाषा में अनुवाद करने के लिए चैटजीपीटी का उपयोग किया जा सकता है।

  • पर्सनल असिस्टेंट के रूप में : चैटजीपीटी का उपयोग व्यक्तिगत सहायक के रूप में किया जा सकता है। जब कोई उपयोगकर्ता कुछ पूछता है, तो चैटजीपीटी उसका उत्तर देने के साथ-साथ, उसके लिए कोई भी कार्य भी निष्पादित कर सकता है।

  • सामग्री उत्पादन के लिए : चैटजीपीटी का उपयोग सामग्री उत्पादन के लिए भी किया जा सकता है। इस प्रकार, चैटजीपीटी को कुछ जानकारियां या विषय दिए जाते हैं, जिसके आधार पर वह सामग्री उत्पन्न करता है।

इन सभी उपयोगों के अलावा, चैटजीपीटी का उपयोग शिक्षा, अनुसंधान, ग्राहक सेवा और बहुत कुछ जगहों पर किया जा सकता है।


चैट्जीपीटी के खतरे 

चैटजीपीटी अपनी ढेर सारी उपयोगिताओं के बावजूद कुछ मामलों में रिस्की है:


  • भेदभावपूर्ण परिणाम: चैटजीपीटी का मॉडल ट्रेनिंग डेटा से ही बनाया जाता है, जो हमारी समाज, संस्कृति, भाषा और इतिहास के आधार पर बनता है। इसलिए, अगर ट्रेनिंग डेटा में कोई भेदभाव है, तो चैटजीपीटी के आउटपुट में भी वह भेदभाव आ सकता है। इस प्रकार, भेदभावपूर्ण परिणाम का खतरा हमेशा बना रहता है।

  • सुरक्षा और गोपनीयता के खतरे: जब कोई उपयोगकर्ता चैटजीपीटी से बात करता है, तो वह अपनी व्यक्तिगत जानकारी भी साझा कर सकता है, जैसे नाम, पता, संपर्क जानकारी और बहुत कुछ। इसलिए, अगर चैटजीपीटी के सिस्टम में कोई सुरक्षा दोष है, तो उपयोगकर्ता की व्यक्तिगत जानकारी लीक हो सकती है।
Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है



  • टेक्नोलॉजी का गलत उपयोग: ChatGPT के उपयोग में कुछ लोग गलत काम भी कर सकते हैं, जैसे कि गलत सूचना, प्रोपेगेंडा, नफरत भाषण आदि। इस प्रकार, ChatGPT का गलत उपयोग करने से भी खतरे हो सकते हैं।

  • टेक्नोलॉजी पर निर्भरता: जब ChatGPT की सहायता से सभी काम किए जाने लगते हैं, तो लोग उसपर ज्यादा निर्भर हो जाते हैं। इस प्रकार, ChatGPT के अलावा कोई और समाधान नहीं ढूंढ पाना, एक और खतरा बन सकता है।

इन सभी खतरों से बचने के लिए, हमें ChatGPT को सही तरीके से डिजाइन और डिप्लॉय करना होगा, जिसके अलावा हमें नियमित रूप से मॉनिटर करना होगा कि क्या आउटपुट जेनरेट हो रहा है, और क्या यूजर की पर्सनल इनफॉर्मेशन सेफ है या नहीं।



Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है 

Google Assistant और ChatGPT दोनों NLP technologies पर आधारित हैं, फिर भी दोनों के बीच कुछ अंतर हैं:

  • गूगल असिस्टेंट एक गूगल का उत्पाद है, जो मुख्य रूप से वॉइस-बेस्ड इंटरेक्शन के लिए डिज़ाइन किया गया है। चैटजीपीटी, साथ ही साथ, टेक्स्ट-बेस्ड इंटरेक्शन भी सपोर्ट करता है।

  • गूगल असिस्टेंट को मुख्य रूप से कंयूमर-फोकस्ड यूज केस के लिए बनाया गया है, जैसे कि पर्सनल असिस्टेंस, एंटरटेनमेंट और होम ऑटोमेशन। चैटजीपीटी, साथ ही साथ, एजुकेशन, रिसर्च और कंटेंट जेनरेशन जैसे यूज केस के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।

  • गूगल असिस्टेंट, गूगल के सर्च एल्गोरिथ्म और यूजर डेटा का उपयोग करता है, जिससे उपयोगकर्ताओं के लिए कस्टमाइज़्ड रिस्पांस और रेकमेंडेशन दिए जा सकें। चैटजीपीटी का मॉडल ट्रेनिंग डेटा हमारी सोसाइटी, कल्चर, भाषा और हिस्ट्री के आधार पर बनता है।

  • Google Assistant एक task-oriented assistant है, जिसका मुख्य उद्देश्य users के tasks और queries को solve करना है, जबकि ChatGPT एक general-purpose language model है, जो text generation, text classification, question answering और machine translation जैसे tasks को solve कर सकता है।

  • Google Assistant primarily voice-activated assistant है, जो users के voice commands और queries के ऊपर काम करता है, जबकि ChatGPT text-based conversations के लिए design किया गया है, और text inputs को analyze करके natural-looking responses generate करता है।
Google Assistant और ChatGPT में क्या अंतर है


  • Google Assistant various devices के साथ integrate हो सकता है, जैसे कि smartphones, smart speakers, smart displays, smart home devices, आदि, जबकि ChatGPT mainly text-based communication के लिए design किया गया है और किसी specific device से integrate नहीं होता है।

  • Google Assistant primarily commercial purposes के लिए use होता है, जैसे कि marketing campaigns, customer support, और voice-based transactions, जबकि ChatGPT primarily language-based tasks के लिए use होता है, जैसे कि content creation, language translation, और chatbot development।



Conclusion


इस प्रकार हम देखते हैं कि गूगल असिस्टेंट और चैट्जीपीटी दोनों ही नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रोग्राम्स हैं जो कई तरह से हमारे लिए उपयोगी हैं और हमारे श्रम, समय, धन को बचाकर हमें एक्यूरेट परिणाम देती हैं।

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