शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए बीटीसी और बीएड एक अच्छा और लोकप्रिय विकल्प है। इस करियर में न केवल मान सम्मान और अच्छी सैलरी मिलती है बल्कि देश के भविष्य निर्माण में योगदान देने की आत्मसंतुष्टि भी मिलती है। यही कारण है आज अधिकांश युवाओं का सपना शिक्षक बनना हो गया है और वे इसे अपना लक्ष्य बना कर इसी के अनुसार अपनी पढाई भी कर रहे हैं। ऐसे में कई छात्रों के मन में तरह तरह के सवाल होते हैं जैसे एक शिक्षक बनने के लिए कौन से कोर्स करने चाहिए, बीटीसी जरुरी है या बीएड, BTC या DELED क्या है,BTC का फुलफॉर्म क्या होता है What is The Fullform of BTC, D.EL.ED क्या है और D.EL.ED का फुलफॉर्म क्या है, BTC के लिए आवश्यक योग्यता,BTC कोर्स कितने साल का है,BTC कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया,BTC के लिए फीस, B.Ed. कोर्स क्या है,बीएड (B.Ed.) का फुलफॉर्म क्या है,बीएड में एडमिशन लेने के लिए न्यूनत्तम शैक्षणिक योग्यता,B.Ed. कोर्स करने की न्यूनतम आयु क्या है,B.Ed.कितने वर्ष का कोर्स है,B.Ed. कोर्स की फीस कितनी होती है,दाखिला की प्रक्रिया,बीएड (B.Ed) कोर्स में किन विषयों की पढाई की जाती है,B.Ed. के उपरान्त क्या करें, BTC और BEd में क्या अंतर है आदि। आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम इन्ही सवालों का जवाब देने का प्रयास करेंगे।
BTC का फुलफॉर्म बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (Basic Training Certificate) होता है। यह एक सर्टिफिकेट कोर्स होता है जिसे प्राइमरी शिक्षक नियुक्ति के लिए अनिवार्य योग्यता माना जाता है।
BTC का ही नया नाम D.EL.ED कर दिया गया है। D.EL.ED का फुलफॉर्म Diploma in Elementary Education होता है।
BTC के लिए आवश्यक योग्यता
BTC कोर्स की अवधि दो वर्ष है जो चार सेमेस्टर में पूर्ण होती है। इन चारों सेमेस्टरों को सफलता पूर्वक कम्पलीट करने के पश्चात् ही अभ्यर्थी को यह सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।
BTC कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया
BTC में एडमिशन मेरिट के आधार पर किया जाता है और यह मेरिट हाई स्कूल, इंटर और ग्रेजुएशन की परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के प्रतिशत योग के आधार पर होता है। हालाँकि भारत के कुछ राज्यों में एडमिशन एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर भी होता है।
BTC कोर्स के लिए सरकारी और प्राइवेट संस्थानों के फीस में काफी अंतर है। जहाँ सरकारी कॉलेजों में 10000 रुपये प्रतिवर्ष की दर से लगते हैं वहीँ निजी संस्थानों में न्यूनत्तम 41000 रुपये प्रतिवर्ष लगते हैं।
चूँकि बीटीसी का अब नया नाम D.EL.ED कर दिया गया है। इसलिए अगर आपको बीटीसी करना है तो आपको इसके लिए डी.एल.एड कोर्स करना होगा। इस कोर्स में मेरिट के आधार में चयन होता है। इसलिए जिन कैंडिडेट के 12वीं और ग्रेजुयेशन में अच्छे मार्क्स होते हैं, उनको आसानी से प्रवेश मिल सकता है।
बीएड (B.Ed.) जिसे शिक्षक प्रशिक्षण स्नातक भी कहते हैं एक स्नातक कोर्स है जो एक शिक्षक के लिए एक अनिवार्य योग्यता है। बीएड (B.Ed.) का पाठ्यक्रम विशेष रूप से उन छात्रों को प्रशिक्षित करता है जो शिक्षण और संबंधित क्षेत्रों में अपना कैरियर बनाने के इच्छुक हैं। यह एक कौशल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो कक्षा शिक्षण के सभी पहलुओं के बारे में छात्रों को ज्ञान प्रदान करता है। र्उम्मीदवारों को शिक्षण और सीखने के सिद्धांतों में कुशल बनाता है। यह उम्मीदवारों के सॉफ्ट स्किल्स में सुधार करता है और उन्हें अपने संचार कौशल में सुधार करने में मदद करता है ताकि वे छात्रों की व्यक्तिगत मांग को समझ सकें और उनका उचित मार्गदर्शन कर सकें। नेशनल कौंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए बीएड को अनिवार्य कर दिया है। प्राइवेट स्कूलों में भी बीएड डिग्री धारक शिक्षकों को तरजीह दी जाती है।
What is the full form of B.Ed
बीएड (B.Ed.) दो शब्दों B और Ed का संक्षिप्त रूप है। इसमें “B” बैचलर यानि स्नातक का बोध कराता है वहीँ “Ed” एजुकेशन का संक्षिप्त रूप है। इस प्रकार बीएड (B.Ed.) का full form होता है Bachelor of Education यह शिक्षण से सम्बंधित कोर्स है जिसे शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक अभ्यर्थियों को करना अनिवार्य होता है।
वे सभी उम्मीदवार जो B.Ed. में एडमिशन लेना चाहते हैं उनके लिए न्यूनत्तम शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन या स्नातक है। अभ्यर्थी को किसी भी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएट होना चाहिए साथ ही उन्हें स्नातक की परीक्षा कम से कम 50 प्रतिशत साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। कुछ कालेजों में यह 55 प्रतिशत भी है। कई कॉलेज में मेरिट के आधार पर एडमिशन की व्यवस्था है। ऐसी स्थिति में पास परसेंटेज अलग अलग हो सकता है।
B.Ed. कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गयी है किन्तु कुछ कालेजों में न्यूनत्तम आयु 19 वर्ष निर्धारित की गयी है।
B.Ed. एक दो वर्षीय पाठ्यक्रम है जिसमे छह छह माह के चार सेमेस्टर होते हैं। हालाँकि नयी शिक्षा नीति में एक वर्षीय B.Ed. का भी प्रावधान है। यह उन अभ्यर्थियों के लिए है जिनकी योग्यता स्नातकोत्तर है। नयी शिक्षा नीति के तहत चार वर्षों का भी B.Ed. कोर्स शुरू किया गया है। यह उन अभ्यर्थियों के लिए है जो हाई स्कूल के बाद सीधे B.Ed.करना चाहते हैं। इसे इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम कहा जाता है।
B.Ed. कोर्स की फीस कितनी होती है
B.Ed. कोर्स की फीस अलग अलग संस्थानों में अलग अलग है। फिर भी किसी सरकारी कॉलेज से B.Ed. करना काफी किफायती होता है। सरकारी कॉलेजों से B.Ed. करने का खर्च करीब 15000 रुपये है वहीँ किसी प्राइवेट कॉलेज की फीस 20000 से लेकर 50000 रुपये तक सालाना हो सकती है। इसके अतिरिक्त यदि आप डिस्टेंस लर्निंग से B.Ed.कर रहे हैं तो इसमें 20000 रुपये से लेकर 50000 तक देने पड़ सकते हैं।
दाखिला की प्रक्रिया
बीएड (B.Ed) कोर्स में एडमिशन के लिए राज्य सरकारों के द्वारा राज्य स्तर पर संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित कराई जाती है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों की मेरिट तैयार की जाती है और फिर कॉउंसलिंग के द्वारा उन्हें कॉलेज आवंटित किया जाता है। मेरिट में उच्च स्थान पाने वाले छात्रों को प्रायः सरकारी महाविद्यालयों में दाखिला मिलता है जबकि कम रैंक वालों को प्राइवेट महाविद्यालयों में एडमिशन लेना पड़ता है। कुछ प्राइवेट विद्यालय अपने यहाँ ग्रेजुएशन के अंकों के आधार पर सीधे एडमिशन ले लेते हैं। बीएड की प्रवेश परीक्षा का पैटर्न कमोवेश पूरे देश में एक सा रहता है। उत्तर प्रदेश बीएड एंट्रेंस परीक्षा में दो पेपर होते हैं
प्रथम पेपर
द्वितीय पेपर
सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ होते हैं और प्रत्येक प्रश्न 2 अंकों का होता है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए निगेटिव अंक मिलते हैं।
बीएड (B.Ed) कोर्स में किन विषयों की पढाई की जाती है
B.Ed. के उपरान्त क्या करें
B.Ed.यानि बैचलर ऑफ़ एजुकेशन का कोर्स पूरा करने के पश्चात् अभ्यर्थी किसी भी शिक्षण संस्थान में शिक्षण कार्य करने के योग्य हो जाता है। B.Ed. डिग्री धारक किसी भी प्राइवेट प्राइमरी, सेकेंडरी और सीनियर स्कूल में एक शिक्षक के तौर पर नियुक्त हो सकता है। किसी सरकारी स्कूल में नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को राष्ट्रीय अथवा राज्यस्तर की टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट यानि TET परीक्षा में क्वालीफाई होना होगा।इन परीक्षाओं में CTET, UPTET, APTET, TSTET आदि प्रमुख हैं।
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