शिक्षक का पद अपनी गरिमा, प्रतिष्ठा और अच्छी सैलरी आदि की वजहों से आज के युवाओं को अपनी ओर खूब आकर्षित कर रहा है। यही वजह है हर साल लाखों छात्र विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण कोर्सों जैसे बीटीसी, बीएड आदि में एडमिशन ले रहे हैं और बड़ी संख्या में छात्र बीटीसी और बीएड की डीग्री हासिल कर सामने आ रहे हैं। जैसा कि हम जानते हैं इन कोर्सों को करने के उपरांत छात्रों को शिक्षक बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा को उत्तीर्ण होना होता है, छात्रों के मन में TET को लेकर कई सवाल उठते हैं जैसे CTET क्या है, TET क्या है, CTET और TET में क्या अंतर है आदि। आइये CTET और TET के बारे में विस्तार से जाने।
CTET क्या है
What Is CTET
स्कूलों में छह से 14 वर्ष के बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार कानून के तहत शिक्षकों की कमी को पूरा करने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्कूलों में शिक्षकों की पात्रता परीक्षा का आयोजन की जा रही है। इसके तहत शिक्षकों की दक्षता, बुद्धिमता और योग्यता के साथ प्राथमिक एच् उच्च प्राथमिक स्तर पर चुनौतियों से निपटने में उनकी क्षमता का आकलन किया जाएगा।
सीटीईटी परीक्षा के दो पत्र होते हैं ,जिसमें पहला पत्र उन लोगों के लिए होगा जो पहली कक्षा से पाचवी कक्षा को पढ़ाना चाहते हैं जबकि दूसरा पत्र उन लोगों के लिए होगा जो छठी कक्षा से आठवीं कक्षा को पढ़ाना चाहते हैं। जो लोग दोनों स्तरों पर कक्षाओं में पढ़ाना चाहते हैं। उन्हें दोनों पत्रों की परीक्षा देनी होगी।
CTET एक केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा है जिसका फुलफॉर्म Central Teacher Eligibility Test होता है।
CTET की स्थापना
CTET की स्थापना या शुरुवात आरटीई अधिनियम की धारा 23 की उप धारा (1) के प्रावधानों के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् को शिक्षक पात्रता के लिए न्यूनत्तम योग्यता निर्धारित करने हेतू 23 अगस्त 2010 और 29 जुलाई 2011 को प्राप्त अधिसूचनाओं के आधार पर किया गया। कक्षा एक से आठ तक बच्चों को निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई अधिनियम) की धारा 2 के खंड (N) में संदर्भित किसी भी स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् (NCTE) के दिशा निर्देशों के अनुसार TET पास करना अनिवार्य आवश्यकता घोषित की गयी।
राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सीबीएसई, दिल्ली को केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी, जो साल में दो बार सीटीईटी आयोजित करता है। CTET 20 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाती है। लगभग 14 लाख उम्मीदवार परीक्षा में बैठने के लिए आवेदन करते हैं।
CTET के बाद अवसर
Career Prospects of CTET
CTET करने के बाद अभ्यर्थियों के पास केंद्र सरकार द्वारा संचालित स्कूलों जैसे केंद्रीय स्कूल, नवोदय विद्यालय आदि में आवेदन करने की पात्रता हो जाती है। इन विद्यालयों में भर्ती आने पर CTET किये हुए अभ्यर्थी उनमे आवेदन कर सकते हैं और नियुक्ति पा सकते हैं। कई केंद्र शासित प्रदेशों में CTET अभ्यर्थियों की ही मांग रहती है। CTET चयनित अभ्यर्थी राज्य स्तरीय स्कूलों में भी शिक्षक के पद के लिए आवेदन कर सकता है। इनके अतिरिक्त प्राइवेट स्कूलों में भी CTET अभ्यर्थी जॉब पा सकता है।
पेपर I में शामिल होने के लिए योग्यता :
पेपर II की परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनत्तम योग्यता
CTET परीक्षा का पैटर्न
Exam Pattern for CTET
CTET की परीक्षा में दो पेपर होते हैं। कक्षा I से कक्षा V तक के शिक्षकों के लिए पेपर I तथा कक्षा VI से VIII के शिक्षकों के लिए पेपर II होता है। CTET क्वालीफाई करने के लिए अभ्यर्थियों को कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। CTET के सर्टिफिकेट की मान्यता आजीवन होती है और उत्तीर्ण अभ्यर्थी केंद्र सरकार द्वारा संचालित स्कूलों जैसे केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय आदि भर्तियां निकलने पर आवेदन कर सकता है।
CTET के प्रत्येक पेपर में 150 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं जिसके लिए परीक्षार्थियों को ढाई ढाई घंटे का समय दिया जाता है। प्रत्येक सही उत्तर के लिए एक अंक निर्धारित है। गलत उत्तर के लिए कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
CTET के लिए परीक्षा शुल्क
Examination Fees for CTET
CTET की परीक्षा के लिए एक निश्चित शुल्क निर्धारित है। सामान्य और OBC के छात्रों को पेपर I के लिए 1000 रूपये तथा SC/ST छात्रों के लिए 500 रूपये निर्धारित है। पेपर II में भी जेनेरल और OBC के लिए 1000 तथा आरक्षित वर्ग के लिए 500 रूपये की राशि देय है। दोनों पेपर में सम्मिलित होने वाले सामान्य तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 1200 रूपये और SC/ST वर्ग के लिए 600 रुपये तय है।
TET क्या है
What Is TET
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) किसी भी स्कूल में शिक्षकों के रूप में उम्मीदवारों की पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित एक पात्रता परीक्षा है। टीईटी परीक्षाएं राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर केंद्रीय और राज्य स्तर पर आयोजित की जाती हैं। राष्ट्रीय स्तर पर, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) आयोजित करता है और राज्य स्तर पर, विभिन्न राज्य हर साल TET आयोजित करते हैं जैसे UPTET, PSTET, HTET, MAHA TET, OTET, HP टीईटी, केटीईटी, और अन्य।
TET एक राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा है जिसका फुलफॉर्म Teacher Eligibility Test होता है।
TET के लिए न्यूनत्तम योग्यताएं
Eligibility For TET
राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली CTET को छोड़ कर अन्य सभी TET परीक्षाएँ राज्य स्तर पर करायी जाती हैं। यही वजह इन सभी TET परीक्षाओं के लिए एलिजिबिलिटी में अलग अलग राज्य में थोड़ा बहुत अंतर है। एक राज्यस्तरीय TET की परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनत्तम आहर्ताएँ निम्नलिखित हैं
UPTET परीक्षा के लिए न्यूनत्तम आहर्ताएँ निम्न हैं
Primary Teachers (Classes I-V)
Upper Primary Teachers (Classes VI-VIII)
TET परीक्षा का पैटर्न
Exam Pattern For TET
स्टेट लेवल TET परीक्षा में दो पेपर होते हैं। अलग अलग राज्यों में TET के पेपर में थोड़ी बहुत भिन्नता आ सकती है। यहाँ हम UPTET को आधार मान कर इस परीक्षा की जानकारी साझा करेंगे। UPTET की परीक्षा भी दो पेपर की होती है। ऐसे अभ्यर्थी जो कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं उन्हें पेपर I में शामिल होना होगा जबकि कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए पेपर II में सम्मिलित होना होगा।
दोनों पेपर की परीक्षा में बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रत्येक पेपर में 150 प्रश्न होते हैं और प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित होता है। गलत उत्तर के लिए कोई अंक काटे नहीं जायेंगे। प्रत्येक पेपर के लिए 150 मिनट अर्थात ढाई घंटे निर्धारित होते हैं।
TET के लिए कितना एग्जामिनेशन फीस लगता है
Examination Fees For TET
TET की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अभ्यर्थियों को निर्धारित शुल्क जमा करना होता है। UPTET की परीक्षा में एक पेपर में शामिल होने के लिए सामान्य तथा पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को 600 रूपये जबकि SC/ST को 400 रूपये देने होते हैं जबकि दोनों पेपर में शामिल होने वाले सामान्य और OBC अभ्यर्थियों को 1200 रूपये और SC/ST अभ्यर्थियों को 800 रूपये जमा करने होते हैं।
CTET और TET में क्या अंतर है
Differences between CTET & TET
CTET और TET के बीच मुख्य अंतर निम्नलिखित हैं :
Conclusion:
शिक्षा के क्षेत्र में एक शिक्षक के रूप में कैरियर बनाने वाले छात्रों को शिक्षक पात्रता परीक्षा क्वालीफाई करना अनिवार्य होता होता है। इसके लिए केंद्रीय सरकार द्वारा संचालित विद्यालयों में नियुक्ति पाने के लिए छात्रों को केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि CTET उत्तीर्ण होना होगा। इसी तरह राज्य सरकार द्वारा संचालित विद्यालयों में पढ़ाने के लिए छात्रों को उस राज्य द्वारा आयोजित TET की परीक्षा पास करनी होती है।
Ashfak
Aapka samjhane ka tareeka kaafi badiya hai