हमने बचपन से भूगोल की किताबों में पढ़ा है हमारा भारतीय उपमहाद्वीप तीन ओर से समुद्र से घिरा है पश्चिम में अरब सागर, पूर्व में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण में हिन्द महासागर। अब दिमाग में एक खटका आता है ये अरब सागर को सागर और हिन्द महासागर को महासागर क्यों कहा जाता है। दोनों ही तो समुद्र हैं और पानी का अथाह भंडार हैं तो फिर दोनों के लिए महा सागर या सागर क्यों नहीं प्रयोग होता है। प्रश्न स्वाभाविक है और इसे जानने के लिए हमें सबसे पहले जानना होगा समुद्र या सागर और महासागर किसे कहते हैं।
पूरी दुनिया का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा केवल पानी ही पानी है। ये विशाल पानी के भंडार ही सागर और महासागर कहलाते हैं। इनका पानी खारा होता है और पृथ्वी पर जलवायु को संयमित करने में, भोजन और ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में तथा साथ ही जैव विविधता बनाये रखने में ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सागर या समुद्र किसे कहते हैं
पृथ्वी पर स्थलों के समीप का वह विशाल जलनिकाय जहाँ नदियां अपना जल खाली करती हैं सागर या समुद्र कहलाता है। ये महासागरों की तुलना में कम गहरे होते हैं। ये एक, दो या कभी कभी तीनों ओर से स्थलों से घिरे होते हैं। इनके पास में स्थित भौगोलिक क्षेत्रों की जलवायु को ये काफी प्रभावित करते हैं। विश्व में मुख्य सागर हैं भूमध्य सागर,अरब सागर, लाल सागर, कैस्पियन सागर, मृत सागर आदि।
महासागर किसे कहते हैं
महासागर पृथ्वी पर स्थित जलमंडल का मुख्य भाग होता है। यह खारे पानी का विशाल क्षेत्र होता है। ये बहुत ही गहरे और विशाल होते हैं। वास्तव में समुद्र के पानी का विस्तार ही महासागर की शुरुवात होती है। ये प्रायः स्थलीय क्षेत्रों से काफी दूर होते हैं पृथ्वी पर पांच महा सागर हैं प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, आर्कटिक महासागर और अंटार्कटिक महासागर।
सागर या समुद्र और महासागर में क्या अंतर होता है
- समुद्र या सागर स्थलों के निकट होते हैं जबकि महासागर प्रायः स्थलों से काफी दूर होते हैं।
- सागर में नदियाँ अपने पानी को गिराती हैं जबकि महासागरों में सागर अपना पानी खाली करते हैं।
- समुद्र महासागरों की तुलना में कम गहरे होते हैं इस वजह से इसमें पौधे और जीव जंतु अपना निवास बनाते हैं वहीँ महासागर बहुत ही ज्यादा गहरे होते हैं अतः इसमें गहराई में सूर्य प्रकाश नहीं पंहुच पाता जिससे जीवों के लिए ये उपयुक्त निवास नहीं होते। औसतन महासागरों की गहराई 3953 फ़ीट से लेकर 15215 फ़ीट तक होती है। विश्व का सबसे गहरा स्थान प्रशांत महासागर का मरियाना ट्रेंच माना जाता है जिसकी गहराई 36200 फ़ीट मापी गयी है।
- सागरों का क्षेत्रफल बहुत ज्यादा नहीं होता है। विश्व के सबसे बड़े सागर भूमध्य सागर का क्षेत्रफल 11,44,800 वर्ग मील है। वहीँ महासागर का विस्तार बहुत ही ज्यादा होता है और ये प्रायः दो महाद्वीपों अलग करते हैं। अटलांटिक महासागर अफ्रीका और उत्तर तथा दक्षिण अमेरिका को अलग करता है इसी तरह प्रशांत महासागर एशिया महादेश को उत्तर तथा दक्षिण अमेरिका से अलग करता है। प्रशांत महासागर का विस्तार 6,41,86,000 वर्ग मील है।
- विश्व में कई सागर स्थित हैं जबकि महासागरों की संख्या केवल पांच है। प्रशांत महासागर, हिन्द महासागर, अटलांटिक महासागर, अंटार्टिक महासागर और आर्कटिक महासागर।
- समुद्र के कम गहरे होने की वजह से विभिन्न प्रयोगों के लिए उसमे गोताखोरी करना संभव होता है जबकि महासागर ज्यादा गहरे होने की वजह से ऐसे कामो के लिए उपयुक्त नहीं होते।
वास्तव में सागर और महासागरों के बीच कोई ऐसी महीन रेखा नहीं खींची गयी है जो इन्हें एकदम अलग अलग कर दे। सागर ही विस्तारित होकर महासागर का रूप लेते हैं। सागर और महासागर के बीच का अंतर आपको कैसा लगा अपने कमेंट में जरूर बताएं। पसंद आये तो जरूर शेयर कीजियेगा। धन्यवाद्।
Unknown
Very nice information
nishant soni world poetry.com
जी बहुत धन्यवाद
Unknown
👍🏻👍🏻😊
बेनामी
Achha lga ji