ग्लोबलाइजेशन और सूचना क्रान्ति के इस दौर में फ़िल्में किसी भौगोलिक सीमा से बंधकर नहीं रह सकती। अच्छी फ़िल्में आज पूरी दुनिया में देखी जाती हैं। यही कारण है कि अमेरिका में बनी फिल्में इंडिया और कई अन्य देशों में देखी जाती हैं। इसी तरह भारत में बनी फिल्मे पाकिस्तान, खाड़ी देश सहित कई अन्य देशों में देखी जाती हैं। अंतराष्ट्रीय फिल्मों की जब बात आती है तब दिमाग में एक ही नाम आता है वह है हॉलीवुड और इसी तरह हिंदी फिल्मों की चर्चा में बॉलीवुड का नाम आता है। फिल्मों के शौकीन दर्शकों के लिए हालाँकि हॉलीवुड और बॉलीवुड कोई नए शब्द नहीं हैं फिर भी बहुत लोग यह जरूर जानना चाहते हैं कि हॉलीवुड क्या है, बॉलीवुड क्या है, क्या हॉलीवुड की तरह बॉलीवुड नाम का कोई स्थान है, क्या बॉलीवुड पुरे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को कहा जाता है? हॉलीवुड और बॉलीवुड में क्या अन्तर है आदि।
यदि आप भी जानना चाहते हैं जैसे हॉलीवुड क्या है, बॉलीवुड क्या है, क्या हॉलीवुड की तरह बॉलीवुड नाम का कोई स्थान है, क्या बॉलीवुड पुरे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को कहा जाता है? हॉलीवुड और बॉलीवुड में क्या अन्तर है, तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं और आपको यह लेख शुरू से अंत तक पूरा पढ़ना चाहिए।
हॉलीवुड ने विश्व को सैकड़ों बेहतरीन फ़िल्में दी हैं। कला, तकनीक, स्क्रिप्ट, अभिनय और अपने स्पेशल इफेक्ट्स की वजह से ये फिल्मे कालजयी हो गयी हैं। कमाई के मामले में भी हॉलीवुड की फ़िल्में अपने निर्माताओं को मालामाल किया है। प्रस्तुत है कुछ बेहतरीन हॉलीवुड की फ़िल्में :
अवतार (2010)
स्टार्स : सैम वर्थिंग्टन, जो सल्डाना, स्टेफेन लांग, सिगौरने वीवर आदि।
इन्सेप्शन
स्टार्स : लेओनार्डो डी केप्रिओ, केन वतनबल, मरियन कोटिलार्ड, एलेन पेज, टॉम हार्डी आदि
स्पाइडर मैन : नो वे होम
स्टार्स : टॉम हॉलैंड, बेनेडिक्ट कम्बरबैच, ज़ेन्डया, मारिसा टॉमी, जॉन फवरेऊ, अल्फ्रेड मोलिना आदि।
टाइटैनिक
स्टार्स : लिओनार्दो डी केप्रिओ, केट विंस्लेट, बिली जेन, कैथी बेट्स आदि।
पाइरेट्स ऑफ़ द कैरिबियन: द कर्स ऑफ़ ब्लैक पर्ल
स्टार्स : जॉनी डेप, जेओफ्री रश, ओरिएंडो ब्लूम, किएरा नाइटली आदि।
बॉलीवुड में फिल्में हिंदी भाषा में बनाई जाती है। बॉलीवुड की शुरुवात साल 1913 में राजा हरीशचंद्र स्लाइंट मूवी द्वारा हुई थी। बॉलीवुड सिनेमा में हर साल कई तरह की फिल्मे बनाई जाती है। जैसे ड्रामा, कॉमेडी, रोमांस और एक्शन मूवी। 1930 तक अमेरिकन फिल्म इंडस्ट्री यानी हॉलीवुड का नाम दुनियाभर में फेमस होने लगा था, लेकिन भारत में फिल्म उद्योग को हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के नाम से ही बुलाया जाता था। बॉलीवुड को बॉलीवुड कहलाने का श्रेय बंगाल के सिनेमा को भी दिया जाना चाहिए. दरअसल, 1930 में बंगाली फिल्म इंडस्ट्री कलकत्ता के ‘टॉलीगंज’ नाम के एक क्षेत्र में हुआ करती थी. इसी के बारे में लिखते हुए पहली बार जूनियर स्टेट्समैन नाम की मैगजीन ने ‘टॉलीवुड’ शब्द का प्रयोग किया। हालांकि अब टॉलीवुड शब्द का प्रयोग तेलुगू सिनेमा के लिए किया जाता है.
बांग्ला सिनेमा का यह नाम फेमस होने के साथ ही हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री ने हॉलीवुड में से ‘एच’ को हटा कर ‘बी’ लगाया और बॉलीवुड कर दिया। उस दौर में मुंबई को बम्बई या बॉम्बे कहा जाता था , इसलिए बॉलीवुड में ‘बी’ अक्षर को प्रमुखता देते हुए यह नाम रखा गया। 70 के दशक तक इसे दुनिया भर में इसी नाम से जाना जाने लगा।
मदर इंडिया (1957)
स्टार्स : नरगिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार आदि।
मुग़ल ए आज़म (1960)
स्टार्स: दिलीप कुमार, मधुबाला, पृथ्वी राज कपूर आदि।
शोले (1975)
स्टार्स : धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, संजीव कुमार, अमज़द खान, हेमा मालिनी, जया भादुड़ी आदि।
लगान (2001)
स्टार्स : आमिर खान, ग्रेसी सिंह आदि।
दंगल (2016)
स्टार्स : आमिर खान, फातिमा सना शेख, साक्षी तंवर आदि।